गंगा नाम नहीं
गोमुख से निकलती
चंचल धारा का
गंगा तो नाम है
एक खामोश प्रवाह का
जिसमें तिरकर
शमित होते हैं ताप |
हिरदय में छिपाकर
पीड़ा का सागर
गंगा बन जाती है
गंगा सागर
गोमुख से निकलती
चंचल धारा का
गंगा तो नाम है
एक खामोश प्रवाह का
जिसमें तिरकर
शमित होते हैं ताप |
हिरदय में छिपाकर
पीड़ा का सागर
गंगा बन जाती है
गंगा सागर
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