अपनी झोली में
सपने लेकर
फिर आया है
नया वर्ष
लोग तोल रहे हैं
उन सपनों को
अपने अपने सपने
बाँटने की लगी है होड़
मैं भी खड़ी हूँ
उसी कतार में
मगर आँखों में
उभर आया है विगत
बीते वर्ष के जख्म
टीसने लगे हैं अब
फिर भी मैं
खड़ी हूँ उसी कतार में
कुछ सपने तो आयेंगे
मेरे भी हिस्से
खड़ी हूँ इंतजार में
सपने लेकर
फिर आया है
नया वर्ष
लोग तोल रहे हैं
उन सपनों को
अपने अपने सपने
बाँटने की लगी है होड़
मैं भी खड़ी हूँ
उसी कतार में
मगर आँखों में
उभर आया है विगत
बीते वर्ष के जख्म
टीसने लगे हैं अब
फिर भी मैं
खड़ी हूँ उसी कतार में
कुछ सपने तो आयेंगे
मेरे भी हिस्से
खड़ी हूँ इंतजार में
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