पहले हम
जाया करते थे
बाज़ार |
जरूरत की चीजें
खरीदा करते थे
बाज़ार से |
अब हम नहीं जाते
बाज़ार |
बाजार खुद आ गया है
घर में |
हम नहीं जानते कि
क्या चाहिए हमें
बाज़ार बताता है कि
हमें क्या चहिये
क्या जरूरी है
हमारे लिए |
हम नहीं करते चिंता
समय ही नहीं है
हमारे पास
कि कुछ सोचें |
हमारी सुबह शाम
और रातों का रिमोट
अपने हाथों में लेकर
निश्चिन्त है बाज़ार
अब घर उसके
कब्जे में है |
जाया करते थे
बाज़ार |
जरूरत की चीजें
खरीदा करते थे
बाज़ार से |
अब हम नहीं जाते
बाज़ार |
बाजार खुद आ गया है
घर में |
हम नहीं जानते कि
क्या चाहिए हमें
बाज़ार बताता है कि
हमें क्या चहिये
क्या जरूरी है
हमारे लिए |
हम नहीं करते चिंता
समय ही नहीं है
हमारे पास
कि कुछ सोचें |
हमारी सुबह शाम
और रातों का रिमोट
अपने हाथों में लेकर
निश्चिन्त है बाज़ार
अब घर उसके
कब्जे में है |